UGC Updates: हायर एजुकेशन सिस्टम में कई बदलाव हुए हैं। यूनिवर्सिटीज एक साल में दो बार एडमिशन ऑफर करेंगे। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने अपने ड्राफ्ट नियमों की लिस्ट में भी इसे शामिल किया है। केंद्र सरकार ने 6 विश्वविद्यालयों को इसकी अनुमति प्रदान की है। हाल में ही केन्द्रीय मंत्री सुकान्त मजूमदार ने प्रश्नों का जवाब देते हुए इसकी घोषणा राज्य सभा में की है।
सरकार का यह फ़ैसला उच्च शिक्षा में बड़ा बदलाव ला सकता है। फ्लेक्सबिलटी को बढ़ावा मिलेगा। जो छात्र किसी कारण दाखिल लेने में विफल होंगे, उन्हें एक साल इंतजार नहीं करना पड़ेगा। पहला एडमिशन सेशन जनवरी-फरवरी में होगा। वहीं दूसरा सेशन जुलाई-अगस्त में होगा। यूजीसी ने इस पॉलिसी को मंजूरी दे दी है।
संस्थानों को तैयार करनी होगी योजना (UG and PG Course New Rules)
इस विश्वविद्यालयों में सीयूईटी परीक्षा के आधार पर होगा। इससे अकादमिक कैलेंडर में इसका सहज एकीकरण संभव हो पाए। यह सिस्टम फिलहाल ऑप्शनल बना हुआ है। उच्च शिक्षा संस्थान को साल में दो बार एडमिशन मैनेज करने की क्षमता के आधार पर यह फैसला लेने की अनुमति होगी। संस्थानों को इसके लिए एक व्यापक योजना तैयार करने की जरूरत पड़ेगी।
ये कॉलेज साल में दो बार लेंगे एडमिशन (Universities Offering Twice a Year Admission)
डॉ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय (एमपी)
नॉर्थ ईस्टर्न हिल यूनिवर्सिटी (मेघालय)
सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ कर्नाटक
सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ बिहार
हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल यूनिवर्सिटी (उत्तराखंड)