गोहद : यह मामला है गोहद विधानसभा के ग्राम पंचायत फतेहपुर के अंतर्गत आने वाले ग्राम घूम के पुरा का जहां पर श्मशान घाट में बारिश के दिनों में पानी भर जाता है। श्मशान घाट तक जाने कोई रास्ता भी नही है अगर श्मशान घाट पहुंच भी जाए तो श्मशान घाट में पानी भरा रहता है , ऐसा ही नजारा बुधवार को देखने को मिला गांव में बुजुर्ग महिला का देहांत हो जाने के बाद शव को ले जाने के लिए श्मशान घाट तक सही रास्ता भी नहीं था।
रेलवे द्वारा बनाए गए अंडर ग्राउंड पुल में पानी भरा रहता है इसके अलावा श्मशान घाट तक पहुंचने के लिए कोई रास्ता नहीं है लोग जान जोखिम में डालकर रेलवे लाइन क्रॉस करके श्मशान घाट तक पहुंचते हैं। श्मशान घाट में ना तो बैठने की व्यवस्था है ना ही श्मशान घाट में टीन सेट लगाया गया है अगर बारिश होती रहें तो अंतिम संस्कार करने के लिए बारिश रुकने का इंतजार करना पड़ता है।
बुजुर्ग महिला के शव का अंतिम संस्कार गांव वालों ने बड़ी मुश्किल से किया। आजादी के 76 वर्षों बाद भी गांव में श्मशान घाट तक ना तो सड़क बनी न ही श्मशान घाट में टीन सेट लगाया गया है और ना ही शमशान घाट में भराव कराया गया है जिस कारण बरसात के समय में जल भराव की स्थिति बनी रहती है और श्मशान घाट तलाव में निर्मित हो जाता है विषम परिस्थितियों में बड़ी परेशानी के साथ अंतिम संस्कार किया जाता है।